हाथरस सत्संग में मची भगदड़ के दौरान 121 मौतों के बाद से बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सामने नहीं आया है. इस मामले में ‘भोले बाबा’ के वकील एपी  सिंह का दावा है कि बाबा उत्तर प्रदेश में ही हैं और पुलिस की जांच में सहयोग कर रहे हैं. कहीं भागे नहीं हैं.

अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल में हाथरस हादसे के घायलों को देखने पहुंचे वकील एपी सिंह ने कहा, बाबा पुलिस को जांच में सहयोग कर रहे हैं. बाबा भागे नहीं है और उत्तर प्रदेश में ही हैं. पुलिस जब बाबा को बुलाएगी तब आ जाएंगे. 

वकील एपी सिंह ने कहा कि हादसे के बाद से पुलिस जैसा कह रही है, बाबा वैसा ही कर रहे हैं. बाबा कभी कहीं भागेंगे नहीं. कभी किसी बॉर्डर पर नहीं मिलेंगे. इसी देश और इसी उत्तर प्रदेश में हैं. एसआईटी की जांच पर बाबा को पूरा भरोसा है. 

पत्रकारों के यह पूछे जाने पर कि क्या बाबा की चरण रज लेने के चक्कर में लोग कुचलकर मर गए? इसके जवाब में वकील ने कहा, नारायण साकार हरि किसी को पैर छूने तक की इजाजत तक नहीं देते तो चरण रज (धूलि) लेने की बात ही पैदा नहीं होती. बाबा तो किसी के घर भोजन तक नहीं करते. अपने वीआरएस की सैलरी से खर्चा चलाते हैं. कभी किसी से दान दक्षिणा और चढ़ावा तक नहीं लेते हैं. 

वकील ने दावा किया कि नारायण साकार हरि का इस देश दुनिया में कोई आश्रम नहीं है. उनसे जुड़े भक्त और समितियां आश्रम बनाते हैं और बाबा को प्रवचन देने के लिए आमंत्रित करते हैं.     

नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में सेवादारों की धक्कामुक्की के आरोपों पर वकील ने कहा कि भक्तों से लेकर सेवादार तक सब बाबा के ही हैं, इसलिए कोई अपने बहनों भाइयों को धक्का क्यों देगा. भीड़ के चक्कर में बाबा खुद तय रूट से सत्संग स्थल पर आते हैं और फिर पीछे के रास्ते से मंच पर चढ़ते हैं. बाबा के पैरों के छूने का कोई प्रचलन नहीं है. न ही सत्संग में प्रसाद बांटने की व्यवस्था होती है. 

हाथरस भगदड़ में बाबा की वजह से निष्पक्ष जांच पर उठ रहे सवालों पर वकील बोले कि हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के गृहमंत्री अमित शाह पर पूरा भरोसा है. वहीं, इस बड़े हादसे पर बाबा के सामने न आने पर वकील एपी सिंह ने कहा कि नारायण साकार हरि बाबा ने अपने हस्ताक्षर से बयान जारी कर दिया है. अब जैसी जरूरत होती, वैसे बाबा जांच में सहयोग के लिए तैयार रहेंगे.    

बता दें कि घटना के करीब 29 घंटे बाद खुद को भोला बाबा बताने वाले सूरजपाल जाटव उर्फ नारायण साकार हरि या भोले बाबा का बयान भी आया. खुद को निर्दोष बताते हुए भोला बाबा ने कहा, वो तो पहले ही निकल गया था और भगदड़ असामाजिक तत्वों की वजह से हुई है. ये बाबा खुलकर सामने नहीं आया है. सिर्फ बयान जारी किया है.

पता हो कि हाथरस जिले के फुलरई गांव में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु जुटे थे. इस दौरान मची भगदड़ में 121 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. 



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